ज़िन्दगी के हर मोड़ पर ,
वादे बदलते हैं कभी इरादे बदलते हैं ,
वक़्त की हर दहलीज़ पर ,
खुशियाँ बदलती हैं कभी तन्हाइयाँ बदलती हैं ,
घूमते -फ़िरते, भागती राहों में ,
क़दमों के निशां बदलते हैं कभी आसमां बदलते हैं ,
ये ज़िन्दगी तन्हा सफ़र है दोस्तों ,
हमसफ़र बदलते हैं कभी हमनवां बदलते हैं ,
सियाह रात ख़ामोश सोती है ,
दिन बदलते है कभी घोंसले बदलते हैं ,
सुबह उठती नहीं फिर दिन कभी ढलते नहीं ,
ये जिस्म सो जाता है ♥ कल्प ♥
बस रूह है जो जागती है साँस लेती है सदा !!
~ ♥ कल्प वर्मा ♥ ~
बहुत ही सुंदर कोमल पंक्तियां कल्प जी । बेहतरीन अभिव्यक्ति
ReplyDeleteबहुत खूब ... हर चीज़ बदलती है कायनात की ...
ReplyDeleteबहुत सुन्दर और भावमयी....
ReplyDeleteHaving read your article. I appreciate you are taking the time and the effort for putting this useful information together.
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