ये ख्वाबों ख्यालों की दुनिया भी अजीब होती है...
हम अपनी हर ख्वाहिश , हर आरजू को पूरा करते हैं...
हक़ीकत की दुनिया में तो यूँ भी दर्द बहुत हैं...
ख़्वाबों की दुनिया में ही जीना बेहतर लगता है...
खुद को हम , खुद के बहुत करीब पाते हैं...
हर ग़म को ख़ुशी से गले लगाते हैं...
अपनी चाहतों को पहचानते हैं...
वक़्त को रोक के , उसमे प्यार के रंग भरते हैं...
जीते हैं और , हंसते हैं हम फिर से साथ - साथ...
या शायद कभी ठहरे हुए लम्हों में
हम मरते हैं फिर साथ - साथ...
ये ख्वाबों ख्यालों की दुनिया भी अजीब होती है...~♥ कल्प ♥~
हम अपनी हर ख्वाहिश , हर आरजू को पूरा करते हैं...
हक़ीकत की दुनिया में तो यूँ भी दर्द बहुत हैं...
ख़्वाबों की दुनिया में ही जीना बेहतर लगता है...
खुद को हम , खुद के बहुत करीब पाते हैं...
हर ग़म को ख़ुशी से गले लगाते हैं...
अपनी चाहतों को पहचानते हैं...
वक़्त को रोक के , उसमे प्यार के रंग भरते हैं...
जीते हैं और , हंसते हैं हम फिर से साथ - साथ...
या शायद कभी ठहरे हुए लम्हों में
हम मरते हैं फिर साथ - साथ...
ये ख्वाबों ख्यालों की दुनिया भी अजीब होती है...~♥ कल्प ♥~
खुद को हम , खुद के बहुत करीब पाते हैं...
ReplyDeleteहर ग़म को ख़ुशी से गले लगाते हैं...
..... बेह्तरीन पोस्ट
कुछ लाइने दिल के बडे करीब से गुज़र गई....
sach kaha ji khayalo me sab pas najar aata hai...
ReplyDeletebehatarin rachana....
dil ko chhu lenewali rachana hai.....
bahut bahut shukriya...sanjay ji and reena ji....
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