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Tuesday, December 24, 2013


उजली चाँदनी रात में , चाँद खो गया है कहीं ,
वो समाये हैं मुझमें कुछ ऐसे , कि मैं खो गया हूँ कहीं ,
हर सुबह उनकी भीगी ज़ुल्फें , जगाती हैं मुझे ,
और मैं हूँ कि , उनकी पलकों तले खो गया हूँ कहीं !!
 कल्प  ~

Friday, September 20, 2013

kalp verma'S ♥ KALPANA ♥: बदलों के रंग भी अजीब होते हैं ,ज़िन्दगी की तरह !...

kalp verma'S ♥ KALPANA ♥: बदलों के रंग भी अजीब होते हैं ,
ज़िन्दगी की तरह !
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: बदलों के रंग भी अजीब होते हैं , ज़िन्दगी की तरह ! कभी बरसते हैं - भिगो जाते हैं , सावन की तरह ! कभी तन्हाई में दिखाई  नहीं देते , ...

बदलों के रंग भी अजीब होते हैं ,
ज़िन्दगी की तरह !

कभी बरसते हैं - भिगो जाते हैं ,
सावन की तरह !

कभी तन्हाई में दिखाई  नहीं देते ,
अश्कों की तरह !

हर रंग में कुछ छुपा है राज़ ,
बंद मुट्ठी में किस्मत की तरह !

कुछ " ख्व़ाब " अब भी बसे इन आखों  में " कल्प "

बचपन की तरह !!

~ ♥ कल्प ♥ ~

Friday, June 14, 2013

कुछ अधूरी सी लाइने .... कुछ अधूरे से अरमान ...
आधी - अधूरी सी ज़िन्दगी में ... ढूंढें पूरे ख़ाब ...

ज़िन्दगी ने बहुत खूबसूरत लम्हें दिए ... जीने के लिए ....
साँसे दी ...हंसी दी , ख़ुशी दी ... और साथ में कुछ ग़म भी दिए ...
वक़्त के हर उस लम्हे को हमने जकड़ के रखा ...
जहाँ ग़मो ने अपनी चादर फैला रखी थी ...
हम हर हंसी - ख़ुशी में जिए लम्हों को ...धीरे - धीरे भूलते गए ....

कभी जाग कर ... थपकियां देकर ...  रात भर ग़मो को सुलाता हूँ ...

लेकिन ... कम्बख्त ... ये वो पल हैं जो ... न तो खुद सोते हैं - और न सोने देते हैं ...
ज़िन्दगी फिर ...न चाहते हुए भी .... वहीँ ठहर जाती है ...
और फिर वक़्त कुछ रुक सा जाता है ...

~ ♥ कल्प वर्मा ♥ ~