एक पल तो जीने दो
थक गया हूँ चलते चलते अब कहीं ठहरने दो
जाने कितनी ख्वाहिशें बाँध के रखी थी मैंने
अब मुझे ज़रा उन्हें आज़ाद करने दो !!
एक पल तो जीने दो
लबों पे हंसी जो कभी आयी तो आंसू बह निकले
उन लम्हों की एक माला पिरो की रखी थी मैंने
अब मुझे ज़रा ये मोती बिखेरने दो !!
एक पल तो जीने दो
सूरज की लाली है अभी आसमान में
धुली-धुली राहें है सामने , दूर तक खिले हुए फूल हैं
इन ओस की बूंदों में अभी सपने कल के हैं
इन सपनों को पलकों पे मेरी सजने दो ज़रा
साँस लेने दो ज़रा फिर से ख्वाबों को
अब एक पल नहीं ,
मुझे ज़िन्दगी का हर पल जीने दो !! ~♥ कल्प ♥~
थक गया हूँ चलते चलते अब कहीं ठहरने दो
जाने कितनी ख्वाहिशें बाँध के रखी थी मैंने
अब मुझे ज़रा उन्हें आज़ाद करने दो !!
एक पल तो जीने दो
लबों पे हंसी जो कभी आयी तो आंसू बह निकले
उन लम्हों की एक माला पिरो की रखी थी मैंने
अब मुझे ज़रा ये मोती बिखेरने दो !!
एक पल तो जीने दो
सूरज की लाली है अभी आसमान में
धुली-धुली राहें है सामने , दूर तक खिले हुए फूल हैं
इन ओस की बूंदों में अभी सपने कल के हैं
इन सपनों को पलकों पे मेरी सजने दो ज़रा
साँस लेने दो ज़रा फिर से ख्वाबों को
अब एक पल नहीं ,
मुझे ज़िन्दगी का हर पल जीने दो !! ~♥ कल्प ♥~
इन सपनों को पलकों पे मेरी सजने दो ज़रा
ReplyDeleteसाँस लेने दो ज़रा फिर से ख्वाबों को
अब एक पल नहीं ,
मुझे ज़िन्दगी का हर पल जीने दो
sundar rachana hai...