तुझसे शिकायत होगी
वो किसी और का होगा तो क़यामत होगी,
फिर किसी को भी किसी से न मोहब्बत होगी,
उसे देखे कोई अच्छा नहीं लगता मुझेको,
रात कल चाँद को देखा तो ये एहसास हुआ,
वो अकेला है उसे मेरी ज़रुरत होगी,
ऐ “खुदा” उसको किसी और का होने न देना,
ज़िन्दगी भर मुझे फिर तुझसे शिकायत होगी !!
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